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जब एक ज्योतिषी की सलाह ने बदल दी एस्ट्रोटॉक के संस्थापक पुनीत गुप्ता की किस्मत, जानिए रोचक कहानी।

 


 भारतीयों की ज्योतिष में हमेशा से रुचि रही है। यही कारण है कि न्यूज चैनलों पर इससे जुड़े कार्यक्रम और ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर एस्ट्रोलॉजी का एक विशेष सेक्शन जरूर होता है। आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बता रहे हैं, जिसने कभी ज्योतिष पर विश्वास नहीं किया था, लेकिन अब एस्ट्रोलॉजी के माध्यम से हर दिन 30 लाख रुपये की कमाई कर रहा है। यह कहानी है एस्ट्रोटॉक के फाउंडर पुनीत गुप्ता की। दिल्ली में रहने वाले और पेशे से इंजीनियर पुनीत गुप्ता ने कभी एस्ट्रोलॉजी को गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन ऐसा क्या हुआ जिसने उन्हें एस्ट्रोलॉजी के क्षेत्र में उतरने के लिए प्रेरित किया, और देखते ही देखते उनकी कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी एस्ट्रोलॉजी कंपनी बन गई।

एस्ट्रोटॉक का दुनिया में है नाम

एस्ट्रोटॉक दुनिया की सबसे बड़ी एस्ट्रोलॉजी कंपनी बन चुकी है। पिछले चार वर्षों में, दुनियाभर के दो करोड़ से अधिक लोग इसकी सेवाओं का लाभ ले चुके हैं। आज एस्ट्रोटॉक रोजाना करीब ३०-४० लाख रुपये का कारोबार कर रहा है। पुनीत गुप्ता अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित थे, तभी एक ज्योतिषी ने उन्हें एस्ट्रोलॉजी के क्षेत्र में बिजनस शुरू करने की सलाह दी। पुनीत ने यह सलाह मानी और आज वह करोड़पति बन चुके हैं। पुनीत गुप्ता 2015 में मुंबई की एक आईटी कंपनी में इंजीनियर के रूप में काम कर रहे थे। वह नौकरी छोड़कर अपना आईटी स्टार्टअप शुरू करना चाहते थे।

ज्योतिषी ने बदल दी किस्मत

पुनीत के आईटी सेक्‍टर में नौकरी करते थे. इसी दौरान उनकी मुलाकात एक ज्‍योतिषी से हुई जिसने कहा कि जल्‍द ही आप आईटी का कारोबार शुरू करेंगे लेकिन आगे चलकर ठप हो जाएगा. पहली बार में तो पुनीत को इस बात पर यकीन नहीं हुआ और वे सबकुछ भूलकर अपने काम में लग गए. कुछ समय बाद ही उन्‍होंने एक पार्टनर के साथ मिलकर आईटी सॉल्‍यूशंस कंपनी शुरू की. कुछ समय बाद उनके पार्टनर ने साथ छोड़ दिया और बिजनेस डूब सा गया. तब उन्‍हें ज्‍योतिषी की बात याद आई और उससे मिलने पहुंच गए.

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पुनीत का कहना है कि आईटी बिजनेस के डूबने के बाद उन्होंने उस ज्योतिषी से मिलकर आगे का रास्ता दिखाने के लिए कहा। ज्योतिषी ने उन्हें एस्ट्रोलॉजी के क्षेत्र में कुछ करने का सुझाव दिया, जो उनके लिए बेहतर साबित होगा, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि कई मुश्किलों के बाद अच्छे दिन आएंगे। आधे-अधूरे मन से पुनीत ने इस सलाह को माना और इस पर काम शुरू किया। आईटी सेक्टर की गहरी समझ रखने वाले पुनीत ने इस प्राचीन विद्या को नए तरीके और ग्लैमरस अंदाज में पेश किया।

पहला आइडिया असफल रहा
यह 2017 की बात है, जब पुनीत का इरादा था कि एस्ट्रोलॉजी से जुड़े काम को वीडियो के जरिए पेश किया जाए और एक-एक व्यक्ति तक पहुंचकर इस पर चर्चा की जाए। लेकिन जल्दी ही यह पता चला कि लोग अपना चेहरा नहीं दिखाना चाहते थे और न ही अपनी समस्याओं के बारे में सार्वजनिक रूप से बात करना चाहते थे। फिर उन्होंने एक ऐप बनाया और इसके जरिए ऑडियो कॉल की सुविधा दी। इस विचार को लोगों ने काफी पसंद किया और काम सही दिशा में बढ़ने लगा।

पुनीत के ज्योतिष दोस्त ने पुनीत के अतीत के बारे में बिल्कुल सटीक जानकारी दी थी। और उस दोस्त की सटीक भविष्यवाणी को ळोगों ने खूब पसंद किया। हैरानी की बात तो यह थी कि ज्योतिषी की हर एक भविष्यवाणी एकदम सच साबित हो रही थी। पुनीत ने अक्टूबर 2017 में एस्ट्रोटॉक की शुरुआत की थी। कंपनी ने तेजी से विकास किया और दो साल में ही यह दुनिया की सबसे बड़ी एस्ट्रोलॉजी कंपनी बन गई।

जब सफलता हाथ लगी

पुनीत ने बताया कि हालांकि ऑडियो कॉल को लोगों ने काफी पसंद किया, लेकिन हम यह सुविधा चैट के रूप में भी देना चाहते थे। फिर हमने ग्राहकों से फीडबैक लिया, लेकिन उनका प्रतिक्रिया उतना अच्छा नहीं था। फिर भी, हमने चैट का ऑप्शन शुरू किया, और यह एक मास्टर स्ट्रोक साबित हुआ। हमने देखा कि पहले दिन के मुकाबले अब दिन के समय भी अधिक काम आने लगा।

पुनीत ने बताया कि इस प्रकार निरंतर बदलावों के बाद लगभग 9-10 महीनों में हमने एक सफल उत्पाद तैयार किया। तब उन्हें यकीन हुआ कि हां, उस ज्योतिषी की भविष्यवाणी सच साबित हुई और उन्होंने कुछ अच्छा तैयार किया है। इसके परिणामस्वरूप, 2018 में पहली बार उनकी कंपनी लाभ में आई। इसके बाद, उन्होंने अपनी मार्केटिंग रणनीति में निरंतर सुधार किया और यूजर बेस को बढ़ाना जारी रखा।

 विदेशों मेंं बज रहा डंका

 
पुनीत ने कंपनी की आगे की रणनीति का भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि हमने भारतीय बाजार में अच्छा दबदबा बना लिया है, लेकिन अब हमारा लक्ष्य विदेशी बाजार है। अमेरिका और यूरोप में भी एस्ट्रोलॉजी को लेकर लोगों में काफी रुचि है। एस्ट्रोटॉक अब इन बाजारों को लक्षित कर के काम कर रहा है। पहले हमने एनआरआई को टार्गेट किया और उनकी हिस्सेदारी कुल राजस्व में 17 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। अब हमारी योजना नेटिव अमेरिकन्स और यूरोपीय ग्राहकों को जोड़ने की है।
 
पुनीत का कहना है कि एस्ट्रोटॉक की सफलता का राज है टैलेंटेड ज्योतिषियों को काम पर रखना और पूरी ईमानदारी के साथ बिजनेस करना। वह बताते हैं कि शुरुआत में सबसे बड़ी चुनौती थी, टैलेंटेड ज्योतिषियों को ढूंढना। पूरे देश से हजारों बायोडाटा आते हैं, लेकिन पांच प्रतिशत से भी कम ज्योतिषी हमारी इंटरव्यू प्रक्रिया को पूरा कर पाते हैं। बाजार में कई ज्योतिषी हैं, लेकिन अच्छे ज्योतिषियों की पहचान करने के लिए लगभग 5-7 इंटरव्यू लेने पड़ते हैं। एस्ट्रोटॉक की लोकप्रियता का एक कारण है उसकी 100% प्राइवेसी पॉलिसी। यहां, ग्राहक ज्योतिषियों के साथ निजी तौर पर चैट और बात कर सकते हैं।

पुनीत गुप्ता का दावा है कि एस्ट्रोटॉक की रोजाना कमाई 30 लाख रुपये से अधिक है। कंपनी 1600 से अधिक ज्योतिषियों को रोजगार दे रही है और हर दिन 1,80,000 मिनट से अधिक ज्योतिषीय परामर्श चैट और कॉल के माध्यम से प्रदान कर रही है। दिलचस्प बात यह है कि इसके अधिकांश ग्राहक युवा हैं, और इसकी 90% आय उन ग्राहकों से आती है जिनकी उम्र 35 वर्ष से कम है। रोजाना करीब 55,000 लोग ऐप का उपयोग करते हैं। न केवल भारत, बल्कि विदेशों से भी लोग अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने के लिए एस्ट्रोटॉक के ज्योतिषियों से सलाह लेते हैं।


 

 

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